लेखनी प्रतियोगिता -07-Apr-2022कलम
कलम
कलम मेरी अब तू ही बता
नमन तेरी लेखन की गाथा।
भाव बड़े निराले तेरे,
सब कुछ तू पल में कह डालें।
बातों बातों में सब बात लिखे,
प्यार प्रेम की प्रीत लिखें।
श्रृंगार लिखे कभी मनोहारी,
विरह वेदना सारी लिख दे।
आंसुओं की गाथा लिख दे,
दिल की खुशी सारी कह दे।
गम की भी बरसाते लिख दे,
सीनाजोरी धोखाधड़ी।
झूठ,फरेब, सब सच लिख दे,
लड़ जातेजो वीर देश के।
उन की शौर्य गाथा लिख दे,
देश-विदेश की बातें लिख दे।
जीवन की सुंदर सौगाते लिखदे,
मन की सुंदर बातें लिख दे।
सोते को आज जगा दे तू,
मन में एक प्रकाश भर दे।
कृष्ण राधा का प्यार लिख दे,
राम का त्याग भी तू लिख दे।
बातें अपनी सहज लिखाने ,
कवि मै सुंदर भाव भर दे।
कलम मेरी अब तू ही बता,
लेखनी तेरी क्या-क्या लिख दे।
बीती हुई बातें तू लिख दे,
आज के सब हालात लिख दे।
भविष्य की तू बातें लिख दे,
कुछ वैज्ञानिक बातें लिख दे।
कलम मेरी अब तू ही बता,
न जाने तू क्या क्या लिख दे।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
6.4.2022
Punam verma
08-Apr-2022 08:16 AM
Very nice
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Abhinav ji
08-Apr-2022 12:02 AM
Very nice
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Sachin dev
07-Apr-2022 10:10 PM
बहुत खूब 🤗
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